डॉ. अतुल और पूनम ने एनसीईआरटी की राष्ट्रीय संगोष्ठी में उत्तराखंड का किया प्रतिनिधित्व
- PS Chaurnkhal
- Jul 7
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पाबो विकासखंड के राजकीय प्राथमिक विद्यालय चौंरखाल के शिक्षक डॉ. अतुल बमराड़ा एवं राजकीय आदर्श प्राथमिक विद्यालय पोखरीखेत की शिक्षिका पूनम बमराड़ा ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) नई दिल्ली द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में भाग लेकर राज्य का गौरव बढ़ाया। यह संगोष्ठी दिनांक 26 व 27 जून को शिक्षा में नवाचार पद्धतियों और प्रयोगों पर विद्यालयों और अध्यापक शिक्षा संस्थानों के लिए प्रोत्साहन विषय पर आयोजित की गई थी।

इस संगोष्ठी में देशभर के चयनित 26 शिक्षक, शिक्षक-प्रशिक्षक एवं शिक्षा विशेषज्ञों ने भाग लिया। डॉ. अतुल और पूनम ने डिजिटल पैड़ागाजी में किए गए नवाचारों एवं शैक्षिक प्रयोगों को साझा किया, जिनका उद्देश्य विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता को बढ़ाना, कक्षा-कक्ष को अधिक प्रभावशाली बनाना और शिक्षा को समावेशी एवं बाल-केंद्रित बनाना है। उत्तराखंड राज्य के साथ ही तमिलनाडु, पंजाब, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पुडुचेरी एवं महाराष्ट्र से आए हुए विशेषज्ञों ने भी अपने नवाचारों का प्रदर्शन किया।

एनसीईआरटी के अध्यापक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालयों और शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में हो रहे प्रभावशाली कार्यों को राष्ट्रीय मंच प्रदान करना और शिक्षकों को नवाचार के लिए प्रेरित करना है। डॉ. अतुल और पूनम को उनकी सक्रिय सहभागिता हेतु एनसीईआरटी द्वारा राष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया गया, जो उनके शैक्षिक समर्पण एवं नवाचारात्मक सोच का प्रमाण है। उनकी यह उपलब्धि न केवल विद्यालय और ज़िला पौड़ी के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे उत्तराखंड राज्य के लिए भी प्रेरणास्पद है।
समस्त नवाचारों को राष्ट्रीय स्तर की जूरी में सम्मिलित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर भूदेव सिंह एवं एनसीईआरटी के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निश्चित मानदंडों पर आकलन किया गया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रोफेसर दिनेश प्रसाद सकलानी ने समस्त नवाचारों की सराहना की।
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