शिक्षकों के लिए साइबर सेफ्टी प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
- PS Chaurnkhal

- 6 days ago
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जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट), पौड़ी गढ़वाल में जनपद के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए साइबर सुरक्षा एवं डिजिटल नागरिकता विषय पर एक विशेष क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।

यह कार्यक्रम वर्तमान डिजिटल युग में बढ़ते साइबर अपराधों, ऑनलाइन जोखिमों एवं सुरक्षित डिजिटल व्यवहार के प्रति शिक्षकों को जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। कार्यक्रम के समापन सत्र में मुख्य संदर्भदाता के रूप में भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) द्वारा नामित साइबर एम्बेसडर डॉ. अतुल बमराड़ा उपस्थित रहे।

अपने प्रेरक एवं ज्ञानवर्धक संबोधन में डॉ. बमराड़ा ने साइबर अपराधों के तेजी से बदलते स्वरूप, जैसे—फिशिंग, साइबर फ्रॉड, पहचान की चोरी, सोशल मीडिया दुरुपयोग, ऑनलाइन उत्पीड़न तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित साइबर जोखिमों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने शिक्षकों को सुरक्षित डिजिटल व्यवहार, मजबूत पासवर्ड प्रबंधन, दो-स्तरीय प्रमाणीकरण, संदिग्ध लिंक एवं एप्स से सावधानी, डेटा गोपनीयता तथा डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन अधिनियम की मूल अवधारणाओं से अवगत कराया।

साथ ही उन्होंने डिजिटल नागरिकता की अवधारणा को स्पष्ट करते हुए कहा कि आज शिक्षक केवल विषयवस्तु के शिक्षण तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे छात्रों को जिम्मेदार, सजग एवं नैतिक डिजिटल नागरिक बनाने में भी अहम भूमिका निभाते हैं।

डॉ. बमराड़ा ने यह भी रेखांकित किया कि शिक्षक यदि स्वयं साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक होंगे, तो वे विद्यालय, परिवार एवं समाज में साइबर सेफ्टी के संदेश को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ा सकते हैं, जिससे विशेषकर बच्चों एवं किशोरों को ऑनलाइन खतरों से सुरक्षित रखा जा सकेगा।

कार्यक्रम के अंतर्गत छबी सेवा फाउंडेशन एवं मोन इंडिजिनस कल्चर एंड वेलफेयर सोसाइटी के सहयोग से एक साइबर सुरक्षा आधारित क्विज प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें प्रतिभागी शिक्षकों ने अत्यंत उत्साह एवं सक्रियता के साथ भाग लिया। क्विज के माध्यम से प्रतिभागियों की साइबर जागरूकता, कानूनी समझ एवं व्यावहारिक ज्ञान का आकलन किया गया।

प्रतियोगिता में तन्वी नेगी, आलोक जुयाल एवं संदीप कुमार चौहान ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए विजेता स्थान प्राप्त किया। इस संपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल समन्वय डायट पौड़ी की आईटी प्रवक्ता श्रीमती शालिनी भट्ट द्वारा किया गया, जिन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा, सत्र संचालन एवं प्रतिभागियों के साथ संवाद को प्रभावी ढंग से संपन्न कराया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्थान की प्रभारी प्राचार्य श्रीमती ममता राणा ने प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी, ज्ञानवर्धक एवं समयानुकूल बताते हुए कहा कि वर्तमान परिदृश्य में शिक्षकों का साइबर सुरक्षा के प्रति प्रशिक्षित होना नितांत आवश्यक है। उन्होंने भविष्य में भी इस प्रकार के सतत प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रमों के आयोजन की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम के समापन पर प्रतिभागी शिक्षकों ने इस प्रशिक्षण को अपने शैक्षणिक एवं व्यक्तिगत जीवन में अत्यंत उपयोगी बताते हुए ऐसे कार्यक्रमों को निरंतर आयोजित किए जाने की अपेक्षा व्यक्त की।
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